Raja Ram आज हम बात करेंगे भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की बहुत प्रसिद्ध फिल्म Raja Ram राजाराम के बारे में
Raja Ram इस फिल्म के रिलीज से पहले ही लोगों के बीच खूब हलचल मचा दिया ट्रेलर आते ही दर्शकों के बीच उत्साह की लहर दौड़ पड़ी और हर कोई यही कह रहा है कि क्या इस फिल्म में वही जादू है जो खेसारी लाल यादव हर बार बड़े पर्दे पर बिखेरते हैं|
हम आपको बताएंगे इस फिल्म की कहानी दमदार अभिनय निर्देशन म्यूजिक और उन वज़ह के बारे में जो इस फिल्म को हिट बना सकते हैं आखिरकार Raja Ram राजाराम फिल्म में क्या खास होने वाला है और यह मूवी आपको कब तक यूट्यूब पर देखने को मिलेगी तो शुरुआत करते हैं इसके ट्रेलररिव्यू से ट्रेलर की शुरुआत होती है एक इमोशनल बैकग्राउंड स्कोर से जो दर्शकों को सीधे फिल्म के इमोशनल पहलु से जोड़ देता है|

Raja Ram का किरदार निभा रहे खेसारी लाल यादव और यकीन मानिए उनका अवतार अब तक कि उनके बाकी भूमिकाओं से बिल्कुल अलग और नया है ट्रेलर के शुरुआती कुछ सेकंड में खेसारी लाल यादव एक गंभीर और रहस्य मई लुक में दिखते हैं जैसे दर्शक उनके कहानी के प्रति और भी ज्यादा जिज्ञासु हो जाते हैं फिल्म का निर्देशक पराग पटेल का कहना है कि या सिर्फ एक पारंपरिक धार्मिक कहानी नहीं है बल्कि इसमें भगवान राम के आदर्शों के झलक आदर के पछ में भी दिखाई गई है|
फिल्म का कंसेप्ट और किरदारों की चर्चा
ट्रेलर में एक्शन इमोशन और ड्रामा का बेहतरीन ताल्मेल दिखता है और जो इसे भोजपुरी सिनेमा के बाकी फिल्मों से बिल्कुल अलग बनाता है और एक बड़े स्तर पर खड़ा करता है फिल्म का कंसेप्ट और किरदारों की चर्चा फिल्म का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी अनोखी कहानी है निर्माता पराग पाटिल और आर कृष्ण ने दावा किया है यह फिल्म भोजपुरी इंडस्ट्री में एक नया ट्रेंड सेट करेगी टीजर से ज्यादा बात साफ होते हैं की फिल्म में एक गहरी कहानी है जिससे पारंपरिक मूल्य और सामाजिक मुद्दों को प्रभावित तरीके से दिखाया जाएगा|
खेसारी लाल यादव का किरदार इस बार न केवल एक्शन करता दिखेगा बल्कि इसमें गहरी भावनात्मक पढ़ते भी हैं टीजर में उनके कुछ डायलॉग ऐसे हैं जो यकीनन दर्शकों के दिल को छू जाएंगे खास पर एक दृश्य में जब अपने परिवार के लिए किसी चुनौती से जुड़ते नजर आते हैं यह सीन दर्शकों को भावुक कर देता है फिल्म में खेसारी लाल यादव के अलावा आर बब्बर राहुल शर्मा सोनीका अगोड़ा और सपना चौहान भी आम भूमिकाओं में है|
हर कलाकार का अभिनय ट्रेलर में शानदार दिखता है जिसे लगता है की पूरी कास्ट ने अपने किरदारों को दिल से निभाया है केके गोस्वामी विनोद मिश्रा संजय महानंद जैसे अनुभव कलाकारों के मौजूदगी फिल्म को और भी मजबूत बनाते हैं अब बात करते हैं इस फिल्म के गाने और म्यूजिक के बारे में फिल्म के म्यूजिक ट्रेलर के साथ-साथ फिल्म का पहला गाना चुम्मा चुम्मा भी रिलीज कर दिया गया है
जो यूट्यूब पर म्यूजिक हिस्ट्री में प्लेटफार्म पर धूम मचा रहा है इस गाने के बोल और धुन लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं गाने के म्यूजिक डायरेक्टर के बेदर्दी शुभम सिंह और विनय विनायक ने बहुत ही बेहतरीन ढंग से काम किया है एक्शन और तकनीकी पक्ष की बात करें तो फिल्म में एक्शन का लेवल भी भोजपुरी फिल्मों के समान एक्शन से कई कदम आगे है सोयल महेश और श्री कृष्णा ने एक्शन कोरियोग्राफ में कमाल कर दिखाया है|

निर्देशक की सोच और खेसारी का नया अवतार
कुछ सीन ऐसा है जो बड़े पर्दे पर धमाल मचाने वाले हैं वही सिनेमैटोग्राफी की बात करें तो आर आर प्रिंस ने हर सिंह को बड़े शानदार ढंग से शूट किया है फिल्म का हर सीन दर्शकों को बांध कर रखता है और विजुअल इफेक्ट्स काफी प्रभावशाली रहे हैं अब हम बात करते हैं निर्देशक की सोच और के खेसरी का नया अवतार निर्देशक पराग पाटिल का कहना है कि उन्होंने इस फिल्म की कहानी पर खास ध्यान दिया है|
ताकि दर्शकों को एक नई और अनोखे सैली में कहानी पेश किया जा सके वही खेसारी लाल यादव ने इस फिल्म को अपना दिल के करीब बताया और कहा है कि उन्होंने इसमें एक ऐसा किरदार निभाया है जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया टीजर देखकर साफ हो जाता है कि खेसारी लाल यादव ने अपने फैंस के लिए कुछ नया और यादगार लेकर आ रहे हैं|
सोशल मीडिया पर और दर्शकों के प्रतिक्रियाएं हैं ट्रेलर रिलीज के बाद से यह सोशल मीडिया पर दर्शकों के प्रतिक्रिया जोरदार रहे हैं यूट्यूब पर वीडियो ट्रेंडिंग में है और अब तक इसको लाखों बार देखा जा चुका है फ्रेंड्स के बीच कैसा खेसारी लाल यादव के इस नए अवतार को लेकर खूब उत्साह है टीम का कहना है कि यह फिल्म भोजपुरी सिनेमा में एक नया ट्रेंड स्थापित करेगी|
और खेसारी लाल यादव की यह परफॉर्मेंस उनकी अब तक की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस साबित हो सकती है कुल मिलाकर Raja Ram राजाराम का टीजर अपने आप में बहुत कुछ खास कहता है एक दमदार कहानी शानदार म्यूजिक बेहतरीन एक्शन और खेसारी लाल यादव का नए अवतार से भोजपुरी सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध फिल्मों से अलग बनाता है आप सभी की नजर इस पर टिके हैं की फिल्म रिलीज के बाद दर्शको की उम्मीदों पर कितना खरा उतरती है|

Raja Ram फिल्म की पूरी कहानी
अगर हम Raja Ram राजाराम मूवी के कहानी को विस्तार से बताएं तो फिल्म Raja Ram राजाराम की कहानी एक साधारण वेक्ति राजा राम की है जिसकी जिंदगी चुनौतियों और संघर्षों से भरी हुई है हालांकि उसका जीवन सीधा-साधा है लेकिन उसकी आत्मा की गहराई से भगवान राम के आदर्श रचे बसे हैं|
जो की किसी साधु सन्यासी जैसा नहीं दिखता लेकिन उसकी सोच और कर्म रामायण के आदर्शों से प्रेरित है राजाराम Raja Ram की कहानी सिर्फ धर्म की बात नहीं करते या कहानी है मानवता जिम्मेदारी और सही गलत के बीच संतुलन खोजने की पहला भाग यानी एक शांतिपूर्ण जिंदगी की शुरुआत Raja Ram राजाराम मैं खेसारी लाल यादव एक छोटे से गांव में रहता है|
वह एक मेहनती किशान होते है जो अपने परिवार से बहुत ही प्यार करता है उसके परिवार में उसकी पत्नी सोनिका अगोड़ा से और उसके दो बच्चे हैं गांव के लोग उसे ईमानदार और दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहने वाले व्यक्ति के रूप में जानते हैं Raja Ram के दिनचर्या भले ही साधारण हो लेकिन वहां रोज अपने काम में संतोष और सेवा का भाव रखता है|
Raja Ram राजाराम के जीवन का सबसे बड़ा आदर्श है भगवान राम की तरह अपने रिश्तों को निभाने और अपने वचनों पर खरा उतरना उसके बच्चों के लिए वहां न केवल पिता है बल्कि एक आदर्श भी है जो जीवन के हर मोड़ पर उन्हें सही रास्ता दिखाने की कोशिश करता है लेकिन उसकी यह शांति अधिक समय तक नहीं टिकते इस कहानी का दूसरा भाग यानी गांव में संकट का आगमन गांव में एक शक्तिशाली जमींदार आर बब्बर का आगमन होता है|

इस कहानी का दूसरा भाग गांव में संकट का आगमन
वह जमींदार गांव की जमीनों पर कब्जा करना चाहता है और लोगों को अपने कर्ज के जाल में फंसा कर उन्हें बेघर कर रहा है राजाराम Raja Ram का भी उसके साथ टकराव हो जाता है जब वह अपने एक करीबी गरीब मित्र को जमीदार के अत्याचार से बचने की कोशिश करता है यही से Raja Ram राजाराम की जिंदगी में समस्याएं शुरू हो जाती हैं|
जमींदार Raja Ram राजाराम और उसके परिवार को परेशान करने लगता है उसके पास से उसके फसल के खेतों को नष्ट कर दिया जाता है और परिवार पर झूठे मुक्त में लाभ दिए जाते हैं लेकिन इन कठिनाइयों में भी राजाराम अपने धैर्य और ईमानदारी नहीं छोड़ता है इस मूवी की कहानी का तीसरा भाग
आदर्श बना वास्तविकता का संगम
आदर्श बना वास्तविकता का संगम राजा Raja Ram की पत्नी और गांव के लोग उसे कहते हैं कि वह जमींदार से समझौता कर ले और अपने परिवार के सुरक्षा को प्राथमिकता दें लेकिन राजाराम Raja Ram का मानना है कि अन्याय के आगे झुकेगा नहीं ये सही नहीं है भले उसके लिए कितने भी बड़ी कीमत क्यों न चुकानी पड़े हैं इस मोड़ पर Raja Ram राजाराम की जिंदगी में एक बड़ा संघर्ष आता है|
क्या सही है क्या अपने परिवार को सुरक्षा के लिए अन्य से समझौता करना यह भगवान राम की तरह सत्य और धर्म के मार्ग पर डटे रहना|
इस मूवी का कहानी का चौथा भाग है गांव वालों के साथ और विश्वास के परीक्षा Raja Ram राजाराम के ईमानदारी और संघर्ष से प्रभावित होकर कुछ गांव वाले उसके समर्थन में खड़े हो जाते हैं धीरे-धीरे उसका संघर्ष व्यक्तिगत नहीं रहता बल्कि गांव की अस्मिता का सवाल बन जाता है वह लोगों को संगठित करता है और जमींदार के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एक बहुत ही लंबी लिस्ट तैयार करता है|

जमींदार Raja Ram के परिवार को निशाना बनता है उसके पत्नी पर झूठे आरोप लगाकर जेल में डाल दिया जाता है और उसके बच्चों को अलग करने के धमकी भी देता है ये सब Raja Ram के दर्द की सबसे कठिन परीक्षा है वह टूट जाता है लेकिन भगवान राम के आदर्शों को याद कर वह फिर से खड़ा हो जाता है|
इस कहानी का पांचवा भाग निर्णायक मोड़
इस कहानी का पांचवा भाग है निर्णायक मोड़ और संघर्ष का चरण फिल्म का क्लाइमेक्स प्रति भावनात्मक और रोमांचक है जमींदार ने Raja Ram राजाराम और गांव वालों पर हमला करने के लिए अपने गुंडो को भेज देता है और Raja Ram राजाराम न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे गांव की रक्षा के लिए खड़ा होता है वह अपने आदर्शों से हटता नही है लेकिन इस बार उसे अपने भीतर के योद्धा को जागना पड़ता है यहाँ एक भव्य एक्शन सीक्वेंस देखने को मिलता है|
जहां राजाराम Raja Ram अकेले दम पर जमींदार के गुंडो का सामना करता है उसकी लड़ाई केवल शारीरिक नहीं है बल्कि उसकी आत्मा और विश्वास की भी परीक्षा है इस संघर्ष में कई भावनात्मक पल आते हैं जहां राजाराम Raja Ram के बच्चे और गांव वाले उसे देखकर गर्व महसूस करते हैं इस मूवी का कहानी का अंतिम भाग है एक नया अध्याय और विजय की शुरुआत|
आखिरकार राजाराम Raja Ram अपने संघर्स में सफल हो जाता है जमींदार को कानून के सामने झुकना पड़ता है और गांव वालों की जीत होती है Raja Ram राजाराम का यह सफर केवल एक इंसान के विजय नेबल्कि आदर्श और सत्य के जीत होती हैं फिल्म का अंत वैदिक भावनात्मक है जहां राजाराम अपने बच्चों को गले लगाकर कहता है कि जीवन में कभी भी अन्य के आगे झुकना नहीं चाहिए इस आखिरी सीन में एक खूबसूरत संदेश छुपा हुआ है धैर्य प्रेम और सच्चाई के मार्ग चलने वाले व्यक्ति को अंतत विजय मिलती है|