Usain Bolt ओलंपिक में तीन बार गोल्ड मेडल का रिकॉर्ड की कहानी

Usain Bolt आज भले रिटायर हो गए है लेकिन रेसिंग ट्रैक पर उनका जलवा आज भी बरकरार है Usain Bolt  के नाम ओलंपिक में तीन बार गोल्ड मेडल का रिकॉर्ड है|

Usain Bolt ने दौड़ में 100 मीटर 200 मीटर और 400 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया है ऐसे करने वाले वह दुनिया के पहले इंसान है इन मेडल की बदौलत है उन्हें दौलत और शोहरत मिली है|

2 मिनट में कमाए 119 मिलियन डॉलर

Credit @GQ

सबको पता है की Usain Bolt ने 2 मिनट से उन्होंने 119 मिलियन डॉलर कमाए लेकिन उस 2 मिनट के लिए उन्होंने 20 साल जो मेहनत की उसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं|

आज हम बात करेंगे एक ऐसे इंसान की जिसने सिर्फ़ 115 सेकंड ट्रैक पर दौड़कर 119 मिलियन यानी लगभग 880 करोड रुपए कमाए|

यानी लगभग 7:30 करोड रुपए हर सेकंड हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे तेज रफ्तार से भागने वाले उसैन बोल्ट Usain Bolt की वही उसैन बोल्ट जो चीते की रफ्तार से भागते हैं जिनके नाम दो चार नहीं बल्कि 9-9 ओलंपिक गोल्ड मेडल है आज वह शोहरत के उसे मकान पर है जहां पर कुछ लोग ही पहुंच पाते हैं|

लेकिन उनका यह सफर बेहद मुश्किलों से भरा था आज जो बोल्ट करोड़ों रुपए के मालिक हैं एक वक्त ऐसा था कि वह एक वक्त का खाना और पानी के लिए भी तरसते थे आज हम आपको Usain Bolt के बारे में पूरी कहानी इस पोस्ट में बया करेंगे|

वह कहानी जिसे सुनने के बाद आपको भी यकीन हो जाएगा कि अगर लग्न सच्ची है तो जिंदगी में सब कुछ हासिल किया जा सकता है चलिए शुरू करते हैं|

शराब और सिगरेट बेचने का काम किया

Usain Bolt का जन्म 21 अगस्त 1986 को जमैका के एक छोटे से गांव शेरवुड कंटेंट में हुआ था उनका यह गांव जमैका की राजधानी किंग्सटन से करीब 3:30 घंटे दूर था उनके इस गांव में ना तो सड़के थी ना बिजली थी और ना ही हर घर में पानी की सुविधा|

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Usain Bolt साधारण परिवार से हैं उनके परिवार वालों को इस तरह की जिंदगी से कोई भी शिकायत नहीं थी Usain Bolt के पिता का नाम वसली बोल्ट और मां का नाम जेनिफर बोल्ट है और दोनों साथ मिलकर गांव में ही एक किराने की दुकान चलाते थे पर अपने और अपने बच्चों के आर्थिक जरूरत को पूरा करते थे|

इस दुकान में कमाई सिर्फ इतनी ही होती थी कि उन्हें दो वक्त का खाना मिल सके अपनी बहन भाई और परिवार की मदद के लिए बोल्ट किराना दुकान पर शराब और सिगरेट बेचने का काम किया करते थे इन मुश्किलों के बावजूद उनका लक्ष्य कभी नहीं हिला उन्होंने अपनी बायोग्राफी में लिखा था की जवानी के दौरान उनका लक्ष्य कभी नहीं भटका|

और वह हमेशा खिलाड़ी बनना चाहते थे Usain Bolt ने अपना बचपन भाई के साथ गली क्रिकेट और फुटबॉल खेल कर गुजरा उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह छोटे थे तो खेल के अलावा और किसी चीज के बारे में नहीं सोच पाते थे इसलिए उन्होंने शुरुआत में ही खेल में अपना भविष्य बनाने का फैसला कर लिया था|

Usain Bolt ने छोटी उम्र में गांव के ही एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और यहीं पर पहली बार उन्होंने एक रेस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और वह सबसे तेज दौड़े 12 साल की उम्र तक उन्होंने यह तो सोच लिया था कि खेल में ही करियर बनाना है|

क्रिकेट कोच की एक सलाह ने बदल दी जिंदगी

Credit @Essentially Sports

लेकिन किस खेल में बनाना है यह वह तय नहीं कर पा रहे थे उन्हें फुटबॉल और क्रिकेट दोनों का ही बहुत शौक था Usain Bolt को बचपन से ही क्रिकेट में इतनी रुचि थी कि अगर आज उसैन बोल्ट रनर नहीं होते तो वह क्रिकेट में एक तेज गेंदबाज होते हुसैन सचिन तेंदुलकर और क्रिस गेल के बड़े फैन है एक दिन उनके क्रिकेट कोच ने जब उनकी रनिंग स्पीड देखी तो वह हैरान रह गए|

और उन्होंने Usain Bolt से कहा कि वह रेस में भाग ले क्रिकेट कोच की इस एक सलाह ने Usain Bolt को वह बोल्ट बनाया जो वह आज है उनके क्रिकेट कोच ने उनसे कहा कि वह क्रिकेट छोड़े और रनिंग की ट्रेनिंग करें और फिर रेस में हिस्सा ले एक ओलंपिक खिलाड़ी रह चुके बब्लो मकालीन ने Usain Bolt का टैलेंट पहचान लिया और उन्हें कोचिंग देने शुरू कर दी|

फिर क्या Usain Bolt फिर ऐसे दौड़े की कभी नहीं रुके और जब तक जिंदगी ने इन्हे नहीं रोका उनके करियर में भी एक वक्त ऐसा आया था जब शायद वह रनिंग छोड़ सकते थे और शायद उनकी जगह कोई और होता तो वह यही करता लेकिन बोल्ट इतिहास बनाने आए थे इतिहास बनने नहीं|

Usain Bolt ने 2001 में अपना पहला हाई स्कूल चैंपियनशिप मेडल जीता जब 200 मीटर रेस उन्होंने मात्र 22 सेकंड में पूरी की साल 2001 में कैरिफ्टा गेम्स में खेलते वक्त बोर्ड ने 400 मीटर रेस को 48 सेकंड में पूरा किया और इस सिल्वर मेडल जीता इसके बाद साल 2001 में उन्होंने हंगरी में हुई IAAF  वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में हिस्सा लिया|

39 सेकंड में 400 मीटर की रेस पूरा किया

और 200 मीटर कि रेस में 21.7 3 सेकंड में पूरी की हालांकि वह फाइनल तक नहीं पहुंचे थे पर उन्होंने अपना खुद का पुराना रिकॉर्ड जरूर तोड़ा था आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अब तक Usain Bolt एथलेटिक्स को ज्यादा तवज्जु नहीं दे रहे थे और तो और एक बार तो कैरिफ्टा ट्रायल्स के फाइनल के लिए तैयारी करते समय जब उन्हें प्रैक्टिस करनी थी तो वह जाकर एक वैन में छुप गए थे|

Credit @The New York Times

इसके बाद पुलिस ने उन्हें उनके इस मजाक के लिए इस गिरफ्तार भी कर लिया था हालांकि इसके बाद यह मामला जल्दी सुलझ गया और कैरिफ्टा गेम्स में हुसैन ने 200 मीटर की रेस 20 सेकंड में और 400 मीटर की रेस 47.3 सेकंड में पूरी की उस समय के प्राइम मिनिस्टर PJ Patterson ने उनके प्रतिभा को पहचान लिया और किंग्सटन आने के लिए कहा जहां वह जमाईका आर्मेचर एथलेटिक्स एसोसिएशन के साथ ट्रेनिंग कर सकते थे|

15 साल की उम्र तक Usain Bolt 6 फीट 5 इंच लंबे हो गए थे साल 2002 में हुई वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में जीतकर Usain Bolt दुनिया के यंगेस्ट वर्ल्ड जूनियर गोल्ड मेडलिस्ट बन गए उनके देश के लोगों की उम्मीद है उनसे अब बढ़ने लगी और लोगों की उम्मीद ने उन्हें इतना नर्वस कर दिया कि उन्होंने घबराहट में दाएं पैर का जूता एक बार बाएं पैर में पहन लिया और बाय पैर का जूता दाये में लेकिन उस दिन उन्होंने 400 मीटर की रेस 39.15 सेकंड में पूरे कर लिए||

और सिल्वर मेडल जीता यह तो शुरुआत थी क्योंकि इसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने मेडल की लाइन लगा दी धीरे-धीरे Usain Bolt की पापुलैरिटी बढ़ रही थी वह कहते हैं ना कि इंसान को सबसे ज्यादा यहीं पर समझाना होता है|

बढ़ती पॉपुलैरिटी के साथ उनका ध्यान खेल से हटा

क्योंकि जब यह शोहरत सर पर चढ़ती है तो दिमाग अच्छे से अच्छे ल्प्गो का खराब होने लगता है ऐसा ही कुछ Usain Bolt के साथ भी हुआ इस बढ़ती पापुलैरिटी के साथ उनका ध्यान उनके खेल से हटकर पार्टी करने जंक फूड खाने और बाकी खेलों में लगने लगा जबकि उन्हें रेस कोर्स पर प्रैक्टिस करनी चाहिए|

Credit @Telegrafi

वर्ल्ड चैंपियनशिप रेस से बिल्कुल पहले उन्हें कंजेक्टिवाइटिस हो गया जिसकी वजह से उनका ट्रेंनिंग शेड्यूल खराब हो गया और वह फाइनल में पार्टिसिपेट नहीं कर पाए Usain Bolt के लिए यह किसी हादसे से कम नहीं था और इस हादसे ने Usain Bolt के लिए वैक्सीन का काम किया वह वैक्सीन जिसने Usain Bolt को वापस सही ट्रैक पर ला दिया|

और इसके बाद उन्होंने अपने करियर पर ध्यान देना शुरू किया अब वह ज़मैका के ओलंपिक टीम के लिए सिलेक्ट हो गए थे भले ही उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका खो दिया लेकिन उन्होंने ओलंपिक टीम में अपनी जगह बना ली साल 2008 और 2012 और 2016 में हुए ओलंपिक में उन्होंने 100 मीटर 200 मीटर और 400 मीटर रिले रेस में गोल्ड मेडल जीता|

और इस तरह वह 9 टाइम ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बन गए वह 11 बार वर्ल्ड चैंपियन भी रह चुके हैं उन्होंने साल 2009 से साल 2015 तक हुई सभी वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते हैं और वह वर्ल्ड चैंपियनशिप के अब तक के सबसे सक्सेसफुल एथलीट है|

2017 के वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद बोल्ट रिटायर हुए

Credit @MyKhel

Usain Bolt के तेज़ रफ्तार के लिए उनके फैंस और मीडिया से उन्हें एक नया नाम द लाइटनिंग बोल्ट यानी की तूफानी बोल्ट मिला और उन्हें भारत में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए IAAF इस वर्ल्ड एथलीट ऑफ द ईयर ट्रैक एंड फील्ड एथलीट ऑफ द ईयर बीबीसी ओवरसीज पर्सनालिटी ऑफ़ द ईयर और लॉरेंस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर जैसे तमाम अवार्ड भी Usain Bolt को मिले|

2017 की वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद बोल्ट ने स्पोर्ट्स की दुनिया को अलविदा कह दिया तो यह थी कहानी Usain Bolt की जिन्होंने अपनी मेहनत लगन और ईमानदारी से खेलों की दुनिया में अपना नाम बना लिया है और ऐसे भी कुछ रिकॉर्ड बनाए हैं जिन्हें तोड़ना शायद आने वाली जनरेशन का सपना होगा|

Riyajuddin Ansari
Riyajuddin Ansari
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