RCB यह सिर्फ एक टीम नहीं है ये एक इमोशन है 16 साल हो गए हर बार उम्मीद जगती है हर बार सपना टूटता है लेकिन विराट कोहली हार नहीं मानता फैंस हार नहीं मानते तो क्या इस बार कुछ बदलेगा या फिर 2025 भी सिर्फ एक और नेक्स्ट ईयर बनकर रह जाएगा|
यह है RCB आरसीबी की कहानी दुनिया के सबसे महानतम क्रिकेटरों के फेलियर का सफर हार दर्द और उम्मीद का सफर अगर आप विराट कोहली फैन हैं, क्योंकि यह सिर्फ एक टीम नहीं है यह एक इमोशन है|
साल था 2008 जब इंडियन प्रीमियर लीग का जन्म हुआ बीसीसीआई ने जब इस नई लीग की घोषणा की तो कई बिजनेसमैन इस मौके को पाने के लिए आगे आए उन्हीं में से एक थे विजय माल्या जिनकी कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स ने 464 करोड़ में बेंगलुरु फ्रेंचाइजी खरीदी थी|
RCB की टीम स्लो बैटिंग के लिए हुई ट्रोल

RCB की शुरुआत बड़ी ही दमदार हुई टीम के पहले कप्तान बने भारत के वॉल राहुल द्रविड और उनके साथ टीम में शामिल हुए जेक कैलिस, मार्क बाउचर और अनिल कुंबले जैसे दिग्गज और सबसे खास बात 19 साल के विराट कोहली को टीम ने चुना जो उस समय अंडर 90 वर्ल्ड कप जीत कर लौटे थे|
लेकिन शुरुआत खराब रही RCB आरसीबी के फैंस को बड़ा झटका तब लगा जब टीम ने पहला ही मैच कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 140 रनों से हार गया पूरी लीग में टीम सिर्फ 14 में से चार मैच जीत पाई|
RCB की टीम स्लो बैटिंग के लिए ट्रोल होने लगी और लोगों ने इसे टेस्ट चैलेंजर्स बैंक बंगलोर कहना शुरू कर दिया लेकिन आरसीबी इतनी जल्दी हार मानने वाली टीम नहीं थी 2009 में टीम ने जबरदस्त वापसी की और दिखाया कि वह आईपीएल में लंबे रेस के घोड़े हैं|
2009 का आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में खेला गया और इस बार कप्तानी की कमान मिली अनिल कुंबले को टीम ने शानदार खेल दिखाया और फाइनल तक पहुंच गई लेकिन फाइनल में डेकन चार्जर्स जो अब सनराइजर हैदराबाद हैं, उनके खिलाफ छह रन से हार गई| RCB ट्रॉफी से बस एक कदम दूर थी|
2011 में RCB फाइनल में पहुचा

लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया अब RCB आरसीबी सिर्फ एक टीम नहीं थी यह एक ब्रांड बन चुकी थी टीम के पास टी-20 क्रिकेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज थे| 2011 में टीम पूरी तरह बदल गई क्रिस गेल को टीम में जोड़ा गया और उन्होंने आईपीएल में तूफान मचा दिया 2011 में ही क्रिस गेल ने सबसे ज्यादा 608 रन बनाए|
जिसमें 106 मीटर प्लस के लंबे शामिल थे, कोहली और एबी डी विलियर्स भी टीम का हिस्सा बन चुके थे| इस तिकड़ी ने RCB को 2011 के फाइनल तक पहुंचाया लेकिन फिर से हार सीएसके ने 2011 के फाइनल में 58 रनों से हराकर आरसीबी के सपनों को तोड़ दिया|
RCB दूसरी बार फाइनल में हार चुकी थी आरसीबी अब तक सबसे एंटरटेनिंग टीम बन चुकी थी क्रिस गेल ने 2013 में प्यून वरियर्स के खिलाफ 175 रनों की पारी खेली जो आज भी टी-20 इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर है, विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की पार्टनरशिप्स ने लोगों को लिटरली पागल कर दिया|
लेकिन टीम का परफॉर्मेंस गोल्डन ट्रायंगल जैसा था अच्छी बैटिंग लेकिन कमजोर बॉलिंग RCB आरसीबी हर बार प्ले ऑनऑफ तक पहुंचती लेकिन क्वालीफायर या एलिमिनेटर में बाहर हो जाती फिर आया वो साल जब आरसीबी सबसे मजबूत दिखी 2016 का आईपीएल, कोहली इस सीजन में पूरी तरह अलग मोड में थे 973 रन बनाए|
आरसीबी फिर भी ट्रॉफी से दूर ही रही

IPL इतिहास का सबसे बड़ा रिकॉर्ड चार शतक लगाए जो आज तक किसी ने नहीं तोड़ा टीम के साथ क्रिस गेल एबी डे विलियर्स और के एल राहुल जैसी बैटिंग लाइनअप थी RCB ने फाइनल तक का सफर तय किया, बेंगलुरु का स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था सब चिल्ला रहे थे लेकिन आरसीबी हार गई|
डेविड वारनर की एसआरएच ने आरसीबी को आठ रनों से हरा दिया 2016 के बाद से आरसीबी फिर कभी फाइनल में नहीं पहुंची टीम में कई बदलाव हुए गेल चला गया कोहली कप्तान बना एबी डी ने सन्यास ले लिया लेकिन ट्रॉफी का सपना 2016 का फाइनल RCB के लिए सबसे बड़ा टर्नीपॉइंट था|
अगर वह ट्रॉफी जीतते तो शायद आज कहानी कुछ और होती आरसीबी हर साल एक मजबूत टीम के साथ आईपीएल में उतरती है| लेकिन फिर भी ट्रॉफी से दूर ही रहती है| आरसीबी हमेशा से t-20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों को खरीदने के लिए जानी जाती है|
लेकिन जब बात गेंदबाजी और ऑलराउंडर बैलेंस की आती है तो यह टीम कमजोर साबित होती है| उदाहरण के लिए 2016 का आईपीएल सीजन विराट कोहली ने 973 रन बनाए ए बीडी शानदार फॉर्म में थे टीम ने पांच मैच लगातार जीत कर फाइनल तक का सफर तय किया| लेकिन फाइनल में आरसीबी के गेंदबाज 209 रन रोक नहीं पाए, और टीम हार गई|
आरसीबी हमेशा महंगे खिलाड़ी खरीदती है

हर बार RCB की कहानी एक जैसी होती है बेहतरीन बैटिंग लेकिन खराब बॉलिंग इस टीम ने कई बड़े स्कोर बनाए लेकिन जब डिफेंड करने की बारी आई तो गेंदबाजों ने रन लुटाए आरसीबी की एक और बड़ी कमजोरी है प्रेशर में टीम का बिखर जाना इस टीम का रिकॉर्ड देखो कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि आरसीबी की टीम दबाव झेलने में उतनी अच्छी नहीं है|
मुंबई इंडियंस या चेन्नई सुपर किंग्स जैसी टीमें नॉकआउट मैचों में बेहतरीन खेल दिखाती हैं| लेकिन RCB की टीम बड़े मौकों पर अक्सर चूक जाती है| विराट कोहली की कप्तानी में टीम आक्रामक तो थी लेकिन टीम प्रेशर हैंडल नहीं कर पाती थी| कप्तान का इमोशनल एटीट्यूड भी एक वजह हो सकता है|
जब टीम हारती थी तो कोहली का रिएक्शन कई बार खिलाड़ियों पर ज्यादा दबाव बना देता था| हर साल आरसीबी महंगे खिलाड़ी खरीदती है| लेकिन क्या यह सही फैसले होते हैं आरसीबी की एक और समस्या यह रही कि टीम ने कई बेहतरीन खिलाड़ियों को जाने दिया जो बाद में दूसरी टीमों के लिए सुपरस्टार बन गए|
केएल राहुल, क्रिस गेल, शेन वाटसन, क्विंटन डे कॉक यह सभी खिलाड़ी RCB छोड़कर जाने के बाद सुपरस्टार बने अगर आरसीबी ने सही खिलाड़ियों को रिटेन किया होता तो शायद ट्रॉफी का सूखा खत्म हो चुका होता आरसीबी के सबसे यादगार मैच वन RCB वर्सेस प्यून वॉरियर्स 2013 अगर आरसीबी को एक चीज के लिए याद किया जाता है, तो व है टी20
आरसीबी वर्सेस मुंबई इंडियंस का हाई वोल्टेज मैच

इतिहास की सबसे खतरनाक बैटिंग और इसकी सबसे बड़ी मिसाल थी 23 अप्रैल वो दिन जब क्रिस गेल ने इतिहास रच दिया सिर्फ 66 गेंदों में 175 रन RCB ने 263 रन बनाए जो आज भी आईपीएल का सबसे बड़ा स्कोर है| लेकिन यह एक टीम गेम है और आरसीबी की बैटिंग जितनी घातक थी बॉलिंग उतनी ही कमजोर थी|
RCB वर्सेस गुजरात लाइंस 2016 आरसीबी का अब तक का सबसे बेहतरीन सीजन विराट कोहली का बिस्ट मोड इतिहास लिख रहे थे| लेकिन सबसे खास मैच था गुजरात लायंस के खिलाफ विराट और एबी डी ने मिलकर 229 रन जोड़े जो आईपीएल की सबसे बड़ी पार्टनरशिप बनी|
लेकिन इस बार भी RCB इस भी मोमेंटम को ट्रॉफी में नहीं बदल पाई ट्रॉफी जीतने के लिए सिर्फ एक दो बड़े मैच काफी नहीं होते सबसे जरूरी होता है सही वक्त पर परफॉर्म करना और यही आरसीबी का सबसे बड़ा चैलेंज बना रहा|
RCB वर्सेस MI 2020 सुपर ओवर थ्रिलर आरसीबी वर्सेस मुंबई इंडियंस का हाई वोल्टेज मैच दोनों टीमों ने 201 रन बनाए और फिर आया सुपर ओवर आरसीबी के लिए बॉलिंग की सबसे बड़ी कमजोरी इस बार स्ट्रेंथ बन गई नवदीप सैनी ने सुपर ओवर में सिर्फ सात रन दिए और फिर विराट कोहली ने आखिरी गेंद पर चौका मारकर मैच खत्म किया|
आईपीएल का सबसे खतरनाक ओपनर

और इस बार उन्होंने RCB को जीत दिलाई, लेकिन क्या आरसीबी की यह नई ताकत प्ले ऑनऑफ में दिखी नहीं आरसीबी इस सीजन फिर एलिमिनेटर में हार गई| RCB भले ही ट्रॉफी ना जीती हो लेकिन इस टीम ने क्रिकेट इतिहास को कुछ इस सदी के महानतम खिलाड़ी जरूर दिए हैं|
आईएल का किंग RCB का सबसे बड़ा चेहरा और आईपीएल का सबसे बड़ा रन स्कोरर विराट कोहली जब 2008 में यह 19 साल का लड़का आरसीबी में आया तब शायद किसी ने नहीं सोचा था कि यह एक दिन IPL का सबसे महान खिलाड़ी बनेगा|
RCB आरसीबी को तीन बार फाइनल में पहुंचाया लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत पाए एबी डिविलियर्स मिस्टर 360 डिग्री आरसीबी की ए एलियन अगर RCB को किसी खिलाड़ी की सबसे ज्यादा याद आती है, तो वो हैं ए बी डिविलियर्स एक ऐसा बल्लेबाज जो किसी भी गेंदबाज को कहीं भी मार सकता था|
लेकिन उनकी सबसे बड़ी खासियत थी दबाव में मैच जिताने की काबिलियत मोस्ट लव्ड ओवरसीज प्लेयर हर आरसीबी फैन उन्हें मिस करता है| क्रिस गेल द यूनिवर्स बॉस अगर आईपीएल को सबसे खतरनाक ओपनर चुनना हो तो वो सिर्फ एक होगा क्रिस गेल, 2011 से 2017 तक उन्होंने आरसीबी के लिए तूफान मचाया|
IPL में रजत पाटीदार का सफ़र

लेकिन जब RCB ने उन्हें रिलीज किया तो पंजाब किंग्स ने उन्हें लेकर फायदा उठाया गेल ने छह सेंचुरी आरसीबी के लिए लगाई जो किसी भी खिलाड़ी से ज्यादा है| RCB की सबसे बड़ी गलती गेल को रिलीज करना 2025 के IPL सीजन से पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एक साहसिक कदम उठाते हुए 31 वर्षीय रजत पाटीदार को अपना नया कप्तान नियुक्त किया है|
यह निर्णय तब आया जब फाफ ड्युपलेसेस जो पिछले तीन सीजन में टीम के कप्तान थे| उनको रिलीज किया गया और उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़ने का फैसला किया रजत पाटीदार का RCB के साथ सफर 2021 में शुरू हुआ था|
लेकिन उस सीजन में उन्हें सीमित मौके मिले 2022 में उन्हें लवनीत सिसोदिया के चोटिल होने पर टीम में शामिल किया गया इस अवसर का भरपूर फायदा उठाते हुए पाटीदार ने एलिमिनेटर मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 54 गेंदों में नाबाद 112 रन की पारी खेली जो आईपीएल प्ले ओन ऑफ में किसी अनकैप्ड खिलाड़ी का पहला शतक था|
रजत पाटीदार RCB के कप्तान क्यों

इस प्रदर्शन ने उन्हें टीम का महत्त्वपूर्ण सदस्य बना दिया कप्तानी के लिए पाटीदार का चयन क्यों RCB के मुख्य कोच एंडी फ्लावर ने पाटीदार की नेतृत्व क्षमता और शांत स्वभाव की सराहना की है| फ्लावर के अनुसार पाटीदार की व्यक्तित्व और मैदान पर उनकी समझ उन्हें कप्तानी के लिए उपयुक्त बनाती है|
इसके अलावा पाटीदार ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मध्य प्रदेश की कप्तानी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाया, पाटीदार की कप्तानी में RCB एक नई रणनीति और दृष्टिकोण के साथ मैदान में उतरेगी टीम प्रबंधन का मानना है, कि युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण टीम को संतुलित बनाएगा|
हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि वे विराट कोहली जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ कैसे तालमेल बिठाते हैं| और टीम को पहली बार आईपीएल खिताब दिलाने में सफल होते हैं| RCB फैंस का दर्द हमेशा अगला साल हर साल आरसीबी फैंस उम्मीद लगाते हैं|
RCB फैन्स की उम्मीद अभी टूटी नही

हर साल ई साला कप नामदे का नारा लगाया जाता है| लेकिन हर बार कहानी वहीं खत्म हो जाती है| बस अगली बार की उम्मीद में RCB फैंस के लिए आईपीएल सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं बल्कि इमोशन है| 16 साल से यह टीम संघर्ष कर रही है हार रही है|
लेकिन फैंस ने कभी साथ नहीं छोड़ा जब 2016 में विराट ने 973 रन बनाए तब भी ट्रॉफी नहीं आई जब एबी डी और गेल ने रिकॉर्ड तोड़े तब भी ट्रॉफी नहीं आई लेकिन फिर भी हर साल यह फैंस नई उम्मीद लेकर स्टेडियम में जाते हैं स्क्रीन के सामने बैठते हैं|
लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं हुई 2025 में एक नया मौका है| नई टीम नई रणनीति यह सिर्फ एक टीम की कहानी नहीं यह जुनून सपनों और एक अधूरी दास्तान की कहानी है| 2025 में RCB अपने भाग्य को बदल पाएगी आपका क्या मानना है| क्या आरसीबी 2025 में ट्रॉफी जीत सकती है|